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C प्रोग्रामिंग क्या है? – परिभाषा, संरचना, इतिहास

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c प्रोग्रामिंग

इस पोस्ट में हम C प्रोग्रामिंग क्या है इसकी परिभाषा, संरचना और इसका इतिहास पढ़ेंगे।

C लैंग्वेज की परिभाषा

C एक उच्चा स्तरीय प्रोग्रामिंग लैंग्वेज है जो बुनियादी कंप्यूटर प्रोग्रामिंग भाषाओ में से एक है।

इस लैंग्वेज को लगभग ज्यादातर कंप्यूटर एप्लीकेशन्स और कंप्यूटर सॉफ्टवेयर को बनाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है।

यह प्रोग्रामिंग लैंग्वेज ज्यादातर बैक एंड प्रोग्रामिंग में इस्तेमाल होती है। यह कंप्यूटर भाषा ALGOL, BCPL और B लैंग्वेज के आधार पर १९७२ में ‘डेनिस रिची’ नामक युवक ने बेल लैब में बनाई थी। C लैंग्वेज को ‘ANSI C’ भी कहा जाता है।

C प्रोग्राम की बुनियादी संरचना

अगर आप C प्रोग्रामिंग सीखना चाहते है तो आपको आपके कंप्यूटर में टर्बो C (Turbo C) नमक सॉफ्टवेयर इनस्टॉल करना पड़ेगा जिसे आप यहाँ से डाउनलोड कर सकते है।

इस सॉफ्टवेयर को डाउनलोड करने के बाद आप उसने न्यू फाइल लेके निचे दिया गया बुनियादी प्रोग्राम को लिखे और रन करे। इससे आपको उस सॉफ्टवेयर की कार्य प्रणाली समझेगी।

#include
int main()
{
printf(“Hello world”);
return 0;
}

यह प्रोग्राम स्क्रीन पे “Hello world” दिखाएगा।

C लैंग्वेज का इतिहास

C लैंग्वेज डेनिस रिची ने १९७२ मे बेल लैब में बनाई थी।

यह लैंग्वेज बन्ने से पहले भी बोहोत सी प्रोग्रामिंग लैंग्वेज बनी थी, जिनमे ‘ALGOL लैंग्वेज’ पहली प्रोग्रामिंग लैंग्वेज थी।

ALGOL लैंग्वेज संरचित प्रोग्रामिंग पर आधारित थी जिसे १९६० में बनाया गया था।

इस लैंग्वेज (ALGOL) के बाद १९६७ में ‘BCPL लैंग्वेज को लय गया जो ALGOL से थोड़ी उन्नत थी।

ALGOL और BCPL इन दोनों लैंग्वेज को मिला के १९७० में एक लैंग्वेज लायी गई जिसका नाम B लैंग्वेज रखा गया।

१९७० में B लैंग्वेज आने के बाद डेनिस रिची ने इन तीनो लैंग्वेज ‘ALGOL, BCPL और B’ के आधार पर एक लैंग्वेज बनाने का काम शुरू किया जो इन तीनो भाषाओ से काफी उन्नत थी।

इस लैंग्वेज को उन्होने C लैंग्वेज के नाम से १९७२ में लोगो के आगे उजागर किया।

C लैंग्वेज के आधार पर C++ और JAVA जैसी  लैंग्वेज बनी जिसकी वजह से C लैंग्वेज को कंप्यूटर प्रोग्रामिंग की बुनियादी भाषा मन जाता है।