१) assoc –
ये कमांड फाइल के नाम के एक्सटेंशन को देखने या बदलने के लिए इस्तेमाल होता है।
२) at –
ये कमांड किसी भी कमांड या प्रोग्राम को आपके दिए हुए समय और तारिक पे चलने के लिए इस्तेमाल होता है।
३) attrib –
ये कमांड फाइल के गुणों को कॉन्फ़िगर करने के लिए इस्तेमाल होता है।
४) bootcfg –
ये कमांड “boot.ini” फाइल को सुधरने या बदलने के लिए इस्तेमाल होता है।
५) chkdsk –
ये कमांड हार्ड ड्राइव के त्रुटियों को देखने के लिए और सुधरने के लिए इस्तेमाल होता है।
६) cd or chdir –
ये कमांड शुरू डायरेक्टरी का नाम देखने या शुरू फोल्डर में बदलाव करने के लिए इस्तेमाल होता है।
७) cls –
ये कमांड स्क्रीन को क्लियर करने के लिए इस्तेमाल होता है।
८) copy –
ये कमांड फाइल को एक जगह से दूसरी जगह कॉपी करने के लिए इस्तेमाल होता है।
९) del –
ये कमांड एक या अनेक फाइल्स को डिलीट करने के लिए इस्तेमाल होता है।
१०) dir –
ये कमांड फ़ोल्डर्स और फाइल्स की लिस्ट देखने के लिए इस्तेमाल होता है।
११) driverquery –
ये कमांड आपके कंप्यूटर के सारे इन्सटाल्ड डिवाइस ड्राइवर्स की लिस्ट और उनकी प्रॉपर्टीज देखने के लिए इस्तेमाल होता है।
१२) echo –
ये कमांड बैच स्क्रिप्ट में मेसेज दिखाने या शुरू/बंद करने के लिए इस्तेमाल होता है।
१३) exit –
ये कमांड बैच स्क्रिप्ट को या कमांड प्रांप्ट को बंद करने के लिए इस्तेमाल होता है।
१४) fc –
ये कमांड २ फाइल्स की तुलना करने और उनके बीच का फर्क देखने के लिए इस्तेमाल होता है।
१५) find –
ये कमांड किसी भी फाइल या फाइल्स में विशिष्ट टेक्स्ट को ढूंढने के लिए इस्तेमाल होता है।
१६) findstr –
ये कमांड किसी भी फाइल में विशिष्ट टेक्स्ट के प्रकार को ढूंढने के लिए इस्तेमाल होता है।
१७) for –
एक सेट में हर आइटम के लिए एक विशिष्ट कमांड चलाने के लिए इस्तेमाल होता है।
१८) fsutil –
किसी विशिष्ट फाइल सिस्टम प्रॉपर्टीज को देखने या कॉन्फ़िगर करने के लिए इस्तेमाल होता है।
१९) ftype –
फाइल के टाइप को देखने या उसमे बदलाव करने के लिए इस्तेमाल होता है।
२०) getmac –
आपके नेटवर्क कार्ड के मीडिया एक्सेस कण्ट्रोल (MAC) एड्रेस को देखने के लिए इस्तेमाल होता है।
२१) goto –
ये कमांड बैच प्रोग्राम में विंडोज कमांड इंटरप्रेटर को एक लेबल लाइन पर निर्देशित करने के लिए इस्तेमाल होता है।
२२) if –
ये कमांड, बैच प्रोग्राम्स में कंडीशनल(सशर्त) प्रोसेसिंग करने के लिए इस्तेमाल होता है।
२३) ipconfig –
ये कमांड आपके कंप्यूटर के आई.पी. एड्रेस को देखने या उसमे बदलाव करने के लिए इस्तेमाल होता है साथ हि साथ ये कमांड आपके डायनामिक होस्ट कॉन्फ़िगरेशन प्रोटोकॉल (DHCP) और डोमेन नेम सिस्टम (DNS) की सेटिंग करने के लिए भी इस्तेमाल होता है।
२४) md or mkdir –
ये कमांड नया फोल्डर या सबफोल्डर बनाने के लिए इस्तेमाल होता है।
२५) more –
ये कमांड आउटपुट की एक स्क्रीन को एक समय में देखने के लिए इस्तेमाल होता है।
२६) move –
ये कमांड फाइल को एक जगह से दूसरी जगह ले जाने के लिए इस्तेमाल होता है।
२७) net –
ये नेटवर्क और सर्विस कमांड का एक सुइट है।
२८) netsh –
ये नेटवर्क सर्विस शैल है और कमांड का एक काम्प्लेक्स सुइट है।
२९) netstat –
ये कमांड ईथरनेट की स्थिति और आई.पी. राउटिंग टेबल को देखने के लिए इस्तेमाल होता है।
३०) path –
पाथ एन्वोर्न्मेंट वेरिएबल में कमांड पाथ को सेट करने के लिए इस्तेमाल होता है।
३१) pathping –
नेटवर्क की स्थिती और प्रदर्शन की जानकारी देखने के लिए इस्तेमाल होता है।
३२) pause –
ये कमांड बैच स्क्रिप्ट में इस्तेमाल होता है।
३३) ping –
किसी दुसरे कंप्यूटर, राऊटर, या इन्टरनेट साईट के साथ की कनेक्टिविटी को देखने के लिए इस्तेमाल होता है।
३४) powercfg –
कंप्यूटर की पॉवर सेटिंग को मैनेज करने के लिए इस्तेमाल होता है।
३५) reg –
रजिस्टरी एंट्रीज़ को जोड़ने, बदलने, या देखने के लिए इस्तेमाल होता है।
३६) rd or rmdir –
डायरेक्टरी या फोल्डर को डिलीट करने के लिए इस्तेमाल होता है।
३७) ren or rename –
ये कमांड एक या अधिक फाइल्स के नाम बदलने के लिए इस्तेमाल होता है।
३८) sc –
ये कमांड सर्विसेस की इनफार्मेशन प्राप्त करने और उन्हें कॉन्फ़िगर करने के लिए इस्तेमाल होता है।
३९) schtasks –
ये कमांड, कमांड और प्रोग्राम को समय समय पर या किसी विशिष्ट समय पर चलने के लिए इस्तेमाल होता है।
४०) set –
एन्वोर्न्मेंट वेरिएबल को देखने, सेट करने या डिलीट करने के लिए इस्तेमाल होता है।
४१) sfc –
ये कमांड सिस्टम की फाइल्स को चेक करने, स्कैन करने और वेरीफाई करने के लिए इस्तेमाल होता है।
४२) shutdown –
ये कमांड कंप्यूटर को बंद करने या रीस्टार्ट करने के लिए इस्तेमाल होता है।
४३) sort –
किसी भी टेक्स्ट फाइल या कमांड के आउटपुट को अल्फाबेटिकली अरेंज करने के लिए इस्तेमाल होता है।
४४) start –
किसी भी एप्लीकेशन को शुरू करने के लिए या नई कमांड विंडो खोलने के लिए इस्तेमाल होता है।
४५) subst –
ये कमांड फोल्डर को ड्राइव के लैटर के साथ सम्बंधित करता है।
४६) systeminfo –
ये कमांड आपके कंप्यूटर की विस्तृत कॉन्फ़िगरेशन की और ऑपरेटिंग सिस्टम की जानकारी देता है।
४७) taskkill –
ये कमांड एक या एक से ज्यादा प्रक्रियाए (Tasks) बंद करने के लिए इस्तेमाल होता है।
४८) tasklist –
ये कमांड, उस समय पर शुरू हर एक एप्लीकेशन और सर्विसेस की लिस्ट और उसकी प्रोसेस आई.डी देखने के लिए इस्तेमाल होता है।
४९) tree –
ये कमांड आपके कंप्यूटर की सारी डायरेक्ट्रीज, फोल्डर और ड्राइव्स को ग्राफिकली देखने के लिए इस्तेमाल होता है।
५०) type –
ये कमांड टेक्स्ट फाइल्स के कंटेंट्स को देखने के लिए इस्तेमाल होता है।
५१) xcopy –
ये कमांड फाइल्स और फ़ोल्डर्स को कॉपी करने और उनके बैकअप बनाने के लिए इस्तेमाल होता है।